Lose Weight: योगा के द्वारा वजन कैसे कम करें, जाने इन रहस्यमयी योगासन के बारे में

how to lose weight at home: योग एक प्रकार की शारीरिक व मानसिक क्रिया है। इसमें शरीर की लचीलता, शक्ति और सांस लेने की प्रक्रिया पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार किया जाता है। इनसे शरीर में लचीलापन और शक्ति बढ़ती है। पिछले कुछ वर्षों से दुनियाभर में योग की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। कुछ लोग इसके आसनों को शरीर की लचीलता और शक्ति बढ़ाने के लिए करते हैं, जबकि अन्य लोग मानसिक तनाव और चिंता जैसे विकारों को दूर करने के लिए योग अपनाते हैं।

योगा के माध्यम से वजन कम करने के 6 उपाय

वजन घटाने में प्रमुख भूमिकाए

जैसे:- व्यायाम, डाइट, ब्रिथिंग, आराम, ध्यान करना आदि।

वजन घटाने में सहायक महत्वपूर्ण योगासन

चतुरंग दंडासन:-

चतुरंग दंडासन आपके कोर (आंतरिक शक्ति) को मजबूत करने का सबसे अच्छा तरीका है। यह देखने में जितना आसान लगता है, इसके फायदे उतने ही ज्यादा हैं। जब आप इस योगसन की मुद्रा में होंगे, तब आपको इसका असर अपने पेट की मांसपेशियों पर महसूस होने लगेगा।

विरभद्रासन:-

यह योग मुद्रा आपकी जांघों और कंधों को टोन करने के लिए, साथ ही साथ आपकी एकाग्रता में सुधार करने के लिए अच्छा है। जितना अधिक आप इस मुद्रा का अभ्यास करेंगे, आपको उतने ही बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। कुछ मिनट्स वीरभद्रासन का अभ्यास करने से आपके चतुःशिरस्क (क्वाड्स) को काफी लाभ मिल सकता है।

वारियर III मुद्रा आपके पीठ, पैरों और बाहों को टोन करने के साथ-साथ आपके संतुलन को बेहतर बनाने के लिए लाभदायक है। यह आपके पेट को टोन करने में भी मदद करता है और यदि आप इस अवस्था को बनाए रखते हुए अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हैं तो आपको पेट कि चर्बी काम करने में मदद मिल सकती है। जब आप ऐसा करेंगे तो आपको अपना पेट एकदम सपाट दिखेगा।

त्रिकोणाशन:-

त्रिकोणासन पाचन में सुधार करने के साथ-साथ पेट और कमर में जमा चर्बी को कम करने में मदद करता है। यह पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण (ब्लड सर्कुलेशन) को सुधारता है। इस आसन की पार्श्व गति (लेटरल मोशन) आपको कमर से अधिक वसा जलाने और जांघों और हैमस्ट्रिंग में अधिक मांसपेशियों के निर्माण में मदद करती है।

हालांकि यह मुद्रा आपकी मांसपेशियों को दूसरी योग मुद्राओं की तरह प्रभावित नहीं करती है, लेकिन यह आपको वह सारे लाभ देती है जो अन्य आसन देते हैं। यह संतुलन और एकाग्रता में भी सुधार करता है।

अधो मुख संवासन:-

अधो मुख संवासन विशिष्ट मांसपेशियों पर थोड़ा अतिरिक्त ध्यान देकर आपके पूरे शरीर को टोन करता है| यह आपकी बाहों, जांघों, हैमस्ट्रिंग और पीठ को मजबूत करने में मदद करता है। इस मुद्रा को धारण करने और अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करने से आपकी मांसपेशियां प्रभावित एवं टोन होती है, साथ ही साथ आपकी एकाग्रता और रक्त परिसंचरण (ब्लड सर्कुलेशन) में सुधार होता है।

सर्वांगासन:-

सर्वांगासन आपकी ताकत बढ़ाने से लेकर पाचन में सुधार तक कई लाभ प्रदान करता है। यह मेटाबोलिज्म (चयपचय क्रिया) को बढ़ावा देने और थायरॉइड के स्तर को संतुलित करने के लिए काफी प्रभावशाली है। सर्वांगासन या शोल्डर स्टैंड ऊपरी शरीर, पेट की मांसपेशियों और पैरों को मजबूत करता है। इसके अलावा यह श्वसन प्रणाली और नींद में भी सुधार करता है।

सेतु बंध सर्वांगासन:-

सेतु बंध सर्वांगासन या ब्रिज पोज़ अत्यंत लाभदायक है। यह ग्लूट्स (जंघाओं), थायरॉइड हॉर्मोन के साथ-साथ वजन घटाने के लिए बेहतरीन है। ब्रिज पोज़ मांसपेशियों की टोनिंग, पाचन में सुधार एवं हार्मोन को नियंत्रित कर थायरॉइड के स्तर में सुधार करता है। यह आपकी पीठ की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है और पीठ दर्द को कम करता है।

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